डा. वर्मा ने बताया कि कोराना वायरस से घबडाने की आवश्यकता नही है, हर सर्दी, बुखार या जुकाम कोराना वायरस नही है। लोगों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिये। यदि सर्दी, जुकाम, बुखार की अवधि लम्बी हो जाय तो चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराना चाहिये। बताया कि लोगों को मांस, मछली, मुर्गा, अण्डा आदि के सेवन से परहेज करना चाहिये। होम्योपैथ में इसकी औषधियां उपलब्ध है और चिकित्सक से परामर्श लेकर ही उपयोग करें। लोगों को हाथ मिलाने से बचना चाहिये और खंासते, छीकते समय सावधानी बरतने के साथ ही मास्क का उपयोग कर सकते हैं। इससे भयभीत होने की आवश्यकता नही है।
कार्यशाला में अपर सीएमओ डा. सी.के. वर्मा, डा. आर.एन. चौधरी, डा. मनोज मिश्र, डा. आलोक रंजन, डा. पी. शर्मा, डा. राजेश चौधरी, डा. लालजी यादव ने होम्योपैथ, यूनानी, आर्युवेदिक, एलोपैथिक कक्षाओं में फार्मासिस्ट एवं उपचारिका के छात्र-छात्राओं को विस्तार से कोरोना वायरस के खतरों और बचाव की जानकारी दिया। कार्यशाला में मुख्य रूप से डा. आर.एस. पाण्डेय, डा. मुक्तेश्वर मिश्र, पूजा वर्मा, माया चौधरी, वीरेन्द्र कुमार वर्मा, मनीष चौधरी, अमरेश वर्मा के साथ ही अनेक लोग शामिल रहे।
कोराना वायरस से डरे नही बचाव कर- डॉ वी के वर्मा